टीकाकरण की महत्वपूर्ण जानकारी | डेढ़ महीने का टीका Price कितना है जानिए

माता-पिता अपनी लाड़ली संतान भविष्य में बीमार न हो, इसीलिए नवजात शिशु का जन्म से 2 साल तक अवश्य टीकाकरण करना चहिये। डेढ़ महीने का टीका Price अलग-अलग प्राइवेट अस्पताल में विभिन्न होती है लेकिन सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में निःशुल्क होती है।

टीकाकरण बचपन से होनेवाली कई जानलेवा बीमारियों से बचाव का सुरक्षित इलाज है। टीकाकरण से बच्चे के शरीर में से रोगप्रतिकारक शक्ति को मजबूत बनता है, और उन्हें विभिन्न जीवाणु से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है।

बच्चे का टीकाकरण अपने आसपास के प्राथमिक स्वास्थय केंद्र और सरकारी सामुदायिक अस्पताल बाल विशिष्ट अस्पताल आदि जगह टीकाकरण का कार्यक्रम होता है।

टीकाकरण सूची

टीकाकरण चार्ट के अनुसार बच्चे को प्राइवेट हॉस्पिटल या अन्य स्वाथ्य विभाग में जन्म लेने वाले सभी पहला टीका कब लगता है? शिशु को जन्म के 24 घंटे पुरे होने के अंदर बीसीजी टिका, पोलियो की ‘जीरो’ खुराक और हेपेटाइटिस बी का टिका लग जाना चाहिए।

  • पहला टीका कब लगता है? डेढ़ महीने का टीका(6 सप्ताह) होने पर ओपीवी, रोटा वायरस वेक्सीन, एफ-आईपीवी, पीसीवी और पेंटावेलेंट का पहला टिका दिया जाता है।
  • पहला टिका लग जाने के बाद शिशु को 28 दिन बाद ओपीवी, रोटा वायरस वेक्सीन, और पेंटावेलेंट का दूसरा टिका दिया जाता है।
  • दूसरा टिका लग जाने के बाद शिशु को 28 दिन बाद ओपीवी, रोटा वायरस वैक्सीन की तीसरी, एफ-आईपीवी, पीसीवी की दूसरी और पेंटावेलेंट का तीसरा टिका दिया जाता है।
  • बच्चे की उम्र 9 महीने पूर्ण होने के बाद खसरे के टिके के साथ विटामिन-E की पहली खुराक तथा पीवीसी बुस्टर खुराक दी जाती है।
  • 16 से 24 महीने का टीकाकरण 16 से 24 महीने का होने के बाद विटामिन-E की दूसरी खुराक दी जाती है।
  • बच्चा 5 साल का पूर्ण होने तक 6 माह के अंतराल में विटामिन-E की 9 खुराक दी जाती है।

सरकारी अस्पताल और सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रो में बच्चे और गर्भवती महिला के लिए टीकाकरण निःशुल्क है। लेकिन प्राइवेट अस्पताल में टीकाकरण का ज्यादा खर्च लगता है।

निजी केन्द्रो पर टिके महंगे हो सकते है अलग-अलग टिके के लिए अलग-अलग Price होता है।

सरकार द्वारा संचालित पहल के द्वारा हर साल में दो बार मुफ्त टिका दिया जाता है। सरकारी अस्पताल में टीकाकरण मुफ्त होता है। लेकिन वास्तव में अलग-अलग शहर और अलग-अलग अस्पताल में टिका की Price अलग-अलग होती है।

टीकाकरण के लिए जाने से पहले की महत्वपूर्ण जानकारी

  • शिशु को टीकाकरण के कार्यक्रम के अनुसार डॉकटर के पास टीकाकरण के ले जाना महत्वपूर्ण है। टीकाकरण के लिए बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाने के लिए महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखे।
  • अपने बच्चे की अस्पताल की फाइल और टीकाकरण कार्यक्रम या टीकाकरण कार्ड साथ में रखे।
  • टीकाकरण कार्यक्रम के अनुसार टीकाकरण समयसर ही करवाए इस बात का खास ध्यान रखे।
  • टीकाकरण के हो जाने के बार बच्चे को अच्छे से खिलाये और बुखार भी आ जाता है इसीलिए डॉक्टर के पास दवाई और जानकारी ले।
  • टीकाकरण से पहले आपके बच्चे को बुखार, खासी या कोई इलर्जी है तो पहले डॉक्टर को इसके बारें में बता दे, बाद में ही टिका लगवाए।
  • बच्चे को टीकाकरण vaccine tikakaran के ले जाये तब पसंदीदा खिलौना ले जाये इसकी वजह से बच्चे का ध्यान भटकाने में आसानी रहेगी।

बच्चों को पहला टीका कब लगता है?

शिशु को जन्म के 24 घंटे पुरे होने के अंदर बीसीजी टिका, पोलियो की ‘जीरो’ खुराक और हेपेटाइटिस बी का टिका लग जाना चाहिए।

टीकाकरण क्या है?

टीकाकरण बचपन से होनेवाली कई जानलेवा बीमारियों से बचाव का सुरक्षित इलाज है। टीकाकरण से बच्चे के शरीर में से रोगप्रतिकारक शक्ति को मजबूत बनता है।

टीकाकरण की शुरुआत कब हुई?

टीकाकरण की नीति को साल 1975 में अपनाया गया है।

बच्चे को बीसीजी का टिका लगवाने के बाद बाह पर कोई निशान न उभरे तो क्या किया जाये?

बीसीजी का टिका लगवाने के बाद बच्चे की बाह पर कोई निशान न उभरे तो कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है, और उसे दूसरी बार टिका लगवाने की आवश्यकता नहीं है।

गर्भवती महिला को कौनसे ठीके लगवाने किये?

गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान टिटनेस टोक्साइड (टीटी) के दो ठीके लगवाने चाहिए।

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