तेज होगा बच्चा अगर गर्भावस्था के दौरान इन बातों पर गौर करेगी मां जानिए

महिलाओ को गर्भावस्था के दरमियान पोषणयुक्त आहार लेना बहुत जरूरी होता है। तेज होगा बच्चा अगर गर्भावस्था के दौरान इन बातों पर गौर करेगी मां अगर पौष्टिक आहार ले तो बच्चे को गर्भावस्था में ही पोषण मिलता है। बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास योग्य रूप से होता है। प्रेगनेंसी में बच्चे की ग्रोथ कैसे बढ़ाए यह कई बार डॉक्टर्स बच्चे के योग्य विकास के लिए माँ को अंडे खाने की सलाह देते है। गर्भावस्था के दरमियान हरी सब्जियाँ और उसका ज्यूस पिने से भी बच्चे के लिए बहुत ही फायदेमंद रहता है।

प्रेगनेंसी में क्या क्या खाना चाहिए?

प्रेगनेंसी के दरमियान माँ को जरूरी मात्रा में थोड़े थोड़े समय के अंतर में पानी पीना चाहिए ताकि बच्चे को गर्भ में पानी की कमी महसूस न हो। पानी की कमी होने से बच्चे को कई सारी परेशानिया हो सकती है। और बच्चे को जन्म के समय भी कभी दिक्क़ते आ सकती है। बच्चे की धड़कन न बनना ऐसी समस्या भी हो सकती है।

प्रेग्नेंसी के दौरान माँ को रोज दूध का सेवन करना चाहिए ताकि बच्चे का विकास बहुत अच्छे से हो सके। दूध में बादाम डालकर पिने से भी गर्भवती स्त्री के लिए बहुत ही अच्छा होता है।

गर्भावस्था के दरमियान रात को बादाम भिगोकर सुबह उसका सेवन करने से बच्चे और माँ के लिए गर्भावस्था में बहुत सही रहता है। बादाम को दूध के साथ लेने से ही बच्चे के लिए काफी फायदेमंद होता है।

गर्भावस्था में कठोल को रात को भिगोकर उसे सुबह खाने से डेढ़ महीने का बच्चा पेट में कैसा होता है बच्चे और माँ के लिए बहुत ही अच्छा रहता है कठोल खाने से बच्चे का मानसिक और शारीरिक विकास तेजी से बढ़ता है।

गर्भावस्था के दौरान सोते हुए इन 7 बातों का रखें ध्यान

  • गर्भावस्था के दरमियान सोते समय कई बातो का ध्यान रखना जरूरी होता है। सोते समय शरीर को कई खतरों से बचाना होता है।नहीतो बच्चे को मुश्केलियो का सामना करना पड़ सकता है। बच्चे को अच्छा पोषण मिले इसलिए माँ को सही समय पर खाना खा लेना चाहिए।
  • गर्भावस्था के दरमियान बाई और करवट लेके सोना ज्यादा उचित रहता है। बाई और करवट लेकर सोने से साँस लेने में दिक्कत नहीं रहती।
  • गर्भावस्था के दरमियान मुँह के बल नहीं सोना चाहिए मुँह के बल सोने से पेट पर दबाव बढ़ सकता है जिसकी वजह से बच्चे को हानि पहुंच सकती है। बेटा होने के 4 लक्षण में पेट पर ज्यादा दबाव या कोई जोर न आए इसका ध्यान रखना चाहिए।
  • गर्भावस्था के लिए बच्चे और माँ को डॉक्टर की सलाह से योगा करने चाहिए जिससे बच्चे और माँ दोनों का मानसिक और शारीरिक विकास अच्छा रहे। और दोनों अच्छा महसूस करे। जिसमे परिवार के सदस्यों को भी मानसिक और शारीरिक तरीके से माँ और बच्चे का ख्याल रखना चाहिए।
  • गर्भावस्था के दरमियान भारी यानि की ज्यादा वजन वाला कोई भी सामान नहीं लेना चाहिए। ज्यादा वजन का सामान लेने से गर्भपात होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • गर्भावस्था के दरमियान बच्चे और माँ दोनों का ख्याल रखना जरूरी होता है। गर्भवती माता के खानपान और दवाइया समयसर दे देनी चाहिए।
  • गर्भवती माँ को जरूरी हो उतना आराम करवाना चाहिए। और गर्भावस्था के दरमियान हो सके उतना कम काम करवाना चाहिए। जिससे गर्भ में रहे बच्चे को कोई परेशानी ना हो।

गोरा और बुद्धिमान बच्चा

आजकल सभी की यही चाह रहती है की उसका बच्चा गोरा यानि की देखने में गोरा और रूपवान बच्चा हो इसके लिए कई सारे नुस्के भी बताए जाते है। गर्भावस्था के दौरान बच्चा बुद्धिमान पैदा हो इसलिए भीगी हुई बादाम खाना अच्छा रहता है। बादाम को रातको पानी में भिगो कर उसे सुबह खली पेट खाने से बच्चे लिए अच्छा माना जाता है।

कहा जाता है की गर्भवती महिला अगर दूध का सेवन करे तो बच्चे का मानसिक और शारीरिक विकास अच्छा होता है यह बुद्धिमान बच्चा संकेत है। और बच्चा गोरा पैदा होता है। लोगो का कहना है की दूध में केसर मिलकर उसे पिने से बच्चे का रंग गोरा पैदा होता है केसर वाला दूध बच्चे के लिए बहुत ही अच्छा होता है।

संतरे का सेवन करने से बच्चे का रंग बहुत ही गोरा होता है संतरा गर्भवती महिलाओ के लिए बहुत ही अच्छा रहता है। संतरे में विटामिन C होता है। जो बच्चे की त्वचा के लिए बहुत ही अच्छा होता है।

बच्चे के गोर रंग के लिए चाय और कॉफी का सेवन कम करना चाहिए जो गर्भवती महिलाओ के लिए और उसके बच्चे के लिए बहुत ही अच्छा होता है।

बच्चा बुद्धिमान और अच्छा पैदा हो इसलिए बच्चे को संतुलित आहार खिलाना बहुत ही जरूरी होता है। ताकि बच्चे का मानसिक और बुद्धिमान बच्चा संकेत शारीरिक विकास के लिए बहुत ही अच्छा होता है जिसमे हरी सब्ज्जिया और ताजा फलो का सेवन करना बहुत ही अच्छा होता है। तेज होगा बच्चा अगर गर्भावस्था के दौरान इन बातों पर गौर करेगी मां तो बच्चे और माँ के लिए बहुत अच्छा रहता है।

बच्चे विकलांग क्यों होते हैं?

कहा जाता है की कैल्शियम और विटामिन D की कमी के कारन बच्चे चल नहीं पाते और कई बार गर्भावस्था के समय की गई लापरवाही की वजह से बच्चा चल नहीं पाता जिसकी वजह से बच्चे विकलांग होते है।

बच्चे में धड़कन कब आती है?

महिला जब गर्भवती होती है तब छह सप्ताह के बाद बच्चे में धड़कन आती है और उसकी धड़कन को हम सुन पाते है।

नवजात शिशु की धड़कन कितनी होती है?

नवजात बच्चो की धड़कन जन्म के दौरान 130 से 150 तक होती है और बाद में धड़कन कम हो कर 118 के आस पास देखने को मिलती है।

गर्भ में सबसे पहले किसका निर्माण होता है?

गर्भ में सबसे पहले रीढ़ की हड्डी,मस्तिष्क बच्चे के शरीर के निर्माण के समय शरीर के सभी अंगो का निर्माण बहुत अच्छे से होता है।

प्रेगनेंसी में क्या क्या खाना चाहिए?

प्रेगप्रेगनेंसी में हरे शाकभहजी ,फ्रूट, कठोल और ज्यादा पौष्टिक आहार समयसर लेना चाहिए और खाना खाना चाहिए।

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