शिवलिंग की उत्पत्ति कैसे हुई?

शिवलिंग की उत्पत्ति कैसे हुई? महापुराण में कहा गया है की एक दिन भगवान विष्णु और ब्रह्मा के बीच सबसे बड़ा और श्रेष्ठ कौन है, उसके लिए दोनों के बीच विवाद चल रहा था। विवाद ज्यादा बढ़ने ने लगा।

उसी वक्त भगवान विष्णु और ब्रह्मा के बिच एक अग्नि की ज्वालाओ के में लिपटा हुआ लिंग प्रगट हुआ। और उन दोनों के बीच आकर स्थापित हो गया।

भगवान विष्णु और ब्रह्मा आश्चर्य में पड़ गई की यह लिंग कहा से प्रगट हुआ। उन्होंने लिंग के बारें में खोज की लेकिन उनको कुछ पता न चला। उनको लिंग में से ॐ के ध्वनि की आवाज सुनाई दी।

दोनों ने ॐ नाम का स्मरण करने लगे। तब उस लिंग में से भगवान शिव प्रगट हुए और दोनों को सद्बुद्धि का वरदान दिया। वहाँ से भगवान शिव चले गए हुए तब से शिवलिंग की स्थापना हुई।

शिवलिंग कैसे कटा

भगवान शिव सबसे बड़े देवो के देव महादेव है। एक यह देव है जिसे मूर्ति और निराकार लिंग दोनों में पूजा जाता है। भगवान शिव का त्यौहार महा शिवरात्रि है। इस त्यौहार को बड़े धूम धाम से मनाया जाता है।

महा शिवरात्रि का त्यौहार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग की पूजा की जाती है। शिवलिंग का मतलब शिव का प्रतिक है।

भारत देश में शिव के 12 ज्योर्तिलिंग है भगवान शिव के अलग-अलग रुप है और इनकी पूजा अर्चना की जाती है। शिवलिंग का अर्थ में शिव का अर्थ है कल्याणकारी और लिंग का अर्थ है सृजन।

घर में कौन सा शिवलिंग रखना चाहिए 

घर में नर्मदा नदी से निकले पत्थर का शिवलिंग या पारद शिवलिंग रखना शुभ माना जाता है। यह पारद शिवलिंग चांदी और पारे से बना होता है। स्फटिक शिवलिंग को शुभ माना जाता है।

काला शिवलिंग घर में रखना चाहिए या नहीं

कई लोगो को काला रंग पसंद नहीं होता। किसी शुभ प्रसंग में काले रंग के कपडे भी नहीं पहने जाते है। लेकिन काला शिवलिंग की हररोज पूजा करना या जल चढ़ाना शुभ मन जाता है। काले रंग के शिवलिंग के पास जाते ही हमारे अंदर की नकारात्मक ऊर्जा ख़त्म हो जाती है।

शिवलिंग की पूजा किस दिशा में बैठकर करनी चाहिए

सावन के महीने में सुबह शिवलिंग की पूजा पूर्व दिशा की तरफ मुख करके और शाम को पश्चिम की तरफ मुख करके पूजा करनी चाहिए। हररोज शिवलिंग की पूजा उत्तर दिशा में बैठकर करनी चाहिए।

शिवलिंग का पानी किस दिशा में गिरना चाहिए

शिवलिंग का जलहरी का मुख दक्षिण या पूर्व दिशा में होना चाहिए। शिवलिंग का पानी दक्षिण तरफ करना चाहिए। इसे दक्षिणावर्ती शिवलिंग भी कहा जाता है।

शिवलिंग को घर में कहां रखना चाहिए

भगवान शिव कैलाश पर्वत पर उत्तर दिशा में स्थित है। पूर्व दिशा में शिव है ऐसा माना जाता है। सभी ज्योतिलिंग उत्तर दिशा में स्थित है। शिवलिंग को घर में उत्तर या पूर्व दिशा में रखना शुभ माना जाता है।

रोज की पूजा कैसे करें?

सुबह अपने दाहिने ओर घंटी, धूप, दीप, अगरबत्ती आदि रखनी चाहिए। पूजा के समय बाये तरफ पूजन सामग्री जैसे फल फूल, जल का पात्र और शंख रखना चाहिए। पूजा करते समय हमेशा पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना चाहिए। इस तरह पूजा करने से शुभ होता है।

शिवलिंग क्या है?

शिव महापुराण में कहा गया है की शिव संसार की उत्पति और निराकार ब्रह्म का रूप है। शिवलिंग की उत्पति ब्रह्मा और विष्णु के बीच श्रेष्ठता को लेकर विवाद को रोकने के लिए हुई थी। तब से शिवलिंग की पूजा की जाती है।

सोमवार को शिवलिंग पर क्या चढ़ाना चाहिए?

सोमवार के दिन शिवलिंग पर ॐ नमः शिवाय का जाप करते हुई दूध चढ़ाना चाहिए।

औरतों को शिवलिंग छूना चाहिए या नहीं?

औरतो को शिवलिंग छूना नहीं चाहिए। क्योकि माता पार्वती ही शिवलिंग को छूने योग्य है। औरत शिवलिंग को छूती है तो माता पार्वती नाराज हो जाती है।

लड़कियों को शिवलिंग की पूजा क्यों नहीं करनी चाहिए?

महिलाओ को शिवलिंग को छूना नहीं चाहिए क्योकि माता पार्वती नाराज हो जाती है। भगवान शिव तपस्या में लीन रहते है। शिव की तपस्या भंग हो जाये तो भगवान शिव नाराज हो जाते है।

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