विष्णु लक्ष्मी की मूर्ति कैसी होनी चाहिए

हिंदू धर्म में, देवी देवताओं को समान रुप से महत्व दिया गया है। श्रीराम के साथ सीता, शिवजी के साथ मां पार्वती और विष्णु जी के साथ मां लक्ष्मी का नाम जरुर लिया जाता है। 

मां लक्ष्मी, जिन्हें विष्णु प्रिया भी कहा जाता है, श्री विष्णु की प्रिय पत्नी है। विष्णु लक्ष्मी की मूर्ति कैसी होनी चाहिए इन्हें विष्णु जी की शोभा भी कहा जाता है। इसलिए दोनों की एक साथ पूजा करने से मिलने वाले फल का प्रभाव दुगना हो जाता है।

समुद्र मंथन की घटना में, कई बहुमूल्य वस्तुओं के साथ साथ स्वयं मां लक्ष्मी भी अवतरित हुई थी। अवतरित होने के बाद, मां लक्ष्मी सीधे भगवान विष्णु के पास गई और उनके गले में वरमाला पहनाकर उन्हें अपने पति के रुप में स्वीकार किया था। तभी से हमेशा ही विष्णु जी और मां लक्ष्मी की पूजा की जाने लगी। 

एक ओर जहां श्री विष्णु, जगत के पालक हैं, वहीं दूसरी तरफ मां लक्ष्मी, धन संपत्ति और वैभव की देवी है। दोनों ही एक दूसरे के बिना अपूर्ण है। जब भी विष्णु जी की पूजा की जाती है, साथ में मां लक्ष्मी का होना बहुत जरूरी है। 

पांच सबसे अच्छी विष्णु लक्ष्मी जी की मूर्ति और फ्रेम

यह सभी मूर्ति और फ्रेम बहुत ही अच्छी और बेहतरीन है। इनको कई लोग अक्सर अपने घरमे रखते है। जो घरमे शांति, सकारात्मक ऊर्जा को फैलाती है। तो चलिए देखते है वह बेहतरीन वुष्णु लक्ष्मीजी की मूर्ति या फ्रेम।

विष्णु लक्ष्मी जी की मूर्ति

  • कलरफुल मूर्ति
  • आकर्षक सजावट से भरी हुई
  • प्रोडक्ट का माप: 24.5L x 14W x 25.5H सेंटीमीटर
  • विशेष फ़ीचर: हस्तनिर्मित

भगवान विष्णु लक्ष्मी विश्राम के साथ शेष नाग पर

  • स्टाइल: पारंपरिक
  • मटीरियल: पीतल
  • प्रोडक्ट का माप: ऊंचाई – 7 इंच, लंबाई – 7 इंच, चौड़ाई – 4 इंच
  • विशेष फ़ीचर: हस्तनिर्मित
  • देखभाल संबंधी निर्देश – धोएं नहीं, गंदगी हटाने के लिए सूखे/गीले सूती कपड़े का उपयोग करें.

विष्णु लक्ष्मी/लक्ष्मी जी शेषनाग पर शिव ब्रह्मा जी गरुड़ नारद मुनि फोटो

  • कलरफुल
  • आकर्षक सजावट से भरी हुई
  • प्रोडक्ट का माप: 27.9L x 33W सेंटीमीटर
  • माउंटिंग के प्रकार: वाल माउन्ट

भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी शेषनाग के साथ, HD प्रिंटेड धार्मिक

  • अभिविन्यास: लैंडस्केप
  • आकर्षक सजावट से भरी हुई
  • प्रोडक्ट का माप: 23.5L x 30.5W सेंटीमीटर
  • आकार: आयताकार

भगवान ब्रम्हा विष्णु लक्ष्मी माता लक्ष्मी नारायण पूजा के लिए सेशनाग लकड़ी के फोटो फ्रेम

  • माउंटिंग के प्रकार: वाल माउन्ट
  • आकर्षक सजावट से भरी हुई
  • प्रोडक्ट का माप: 36L x 26W सेंटीमीटर
  • आकार: आयताकार

विष्णु लक्ष्मी की पूजा

श्री विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा के लिए या फिर घर में उनकी मूर्ति लाने के लिए,  गुरुवार का दिन, बहुत अच्छा माना जाता है। गुरुवार के दिन, पूरे विधि विधान के साथ, दोनों की पूजा करने से मनचाहा वरदान प्राप्त होता है और घर में सुख समृद्धि आती है।

श्रीविष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा, पति पत्नी साथ बैठकर करे तो उनके वैवाहिक जीवन में हमेशा सुख शांति बनी रहती है। इस दिन यदि पीले वस्त्र धारण किए जाए तो और भी शुभ होता है।

अब हम ये जान लेते हैं कि, यदि हमें अपने घर में विष्णु जी और मां लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर लानी है, तो ये कैसी होनी चाहिए। 

विष्णु लक्ष्मी की मूर्ति कैसी होनी चाहिए

तो यदि हम मां लक्ष्मी और विष्णु जी की तस्वीर खरीदते हैं, तो ध्यान रखें कि तस्वीर में, जगत के पालनहार श्री विष्णु जी शेषनाग की शय्या पर आराम से लेटे हुए हो और मां लक्ष्मी उनके पैरों को दबाते हुए प्रसन्न मुद्रा में बैठी हो।

श्री विष्णु जी के चेहरे पर भी शांति झलक रही हो। घर में विष्णु जी और मां लक्ष्मी की ऐसी तस्वीर लगाने से घर में वैभव और सुख-शांति बढ़ती है और वैवाहिक जीवन में भी खुशहाली आती है। 

विष्णु की मूर्ति कैसी होनी चाहिए

यदि हम विष्णु जी और मां लक्ष्मी की मूर्ति की बात करें, तो यदि हमें शेषनाग पर आराम करते विष्णु जी और उनके पैरों को दबाती हुई मां लक्ष्मी जी की मूर्ति मिल जाए तो इससे अच्छा और कुछ नहीं हो सकता है। लेकिन यदि हम इन दोनों की मूर्तियां अलग अलग खरीदते हैं तो इसके लिए इन बातों का ध्यान जरुर रखें। 

विष्णु जी की मूर्ति या तो शेषनाग पर शयन करते हुए, या फिर प्रसन्न मुद्रा में कमल के फूल पर खड़ी होनी चाहिए। उनके चारों हाथों में उनकी शक्ति और बल का प्रदर्शन करती हुई उनकी चार अतिप्रिय वस्तुएं, यानी कि शंख, सुदर्शन चक्र, गदा और पद्म जरुर होनी चाहिए। मूर्ति के पीछे, फन फैलाए शेषनाग भी होना चाहिए। 

लक्ष्मी जी की मूर्ति कैसी होनी चाहिए?

इसी तरह मां लक्ष्मीजी की मूर्ति इस प्रकार हो कि उनके मुख को देखते ही प्रसन्नता का अनुभव हो। वे आशिर्वाद की मुद्रा में कमल पर विराजमान हो। उनके भी हाथों में कमल के फूल के साथ साथ उनकी प्रिय वस्तुएं हो।

मां लक्ष्मी का प्रिय रंग गुलाबी है, इसलिए जहां तक संभव हो, मूर्ति में मां लक्ष्मी के वस्त्र गुलाबी रंग के हो। विष्णु लक्ष्मी की मूर्ति कैसी होनी चाहिए मां लक्ष्मी की तस्वीर भी इसी तरह की लें। तस्वीर में भी मां लक्ष्मी खड़ी हुई अवस्था में ना हो। उनके पीछे ऐरावत हाथी का चित्र जरुर हो।

लक्ष्मी और विष्णु जी की मूर्ति को साथ साथ, घर के मंदिर में उत्तर पूर्व या उत्तर दिशा में स्थापित करें। लक्ष्मीजी की मूर्ति को विष्णु जी की मूर्ति के बाईं तरफ विराजित करें। 

क्या हम विष्णु लक्ष्मी की मूर्ति घर में रख सकते हैं?

विष्णु भगवान की मूर्ति के उनकी पत्नी माता लक्ष्मी जी के साथ ही घर में रख सकते है। अकेले विष्णु भगवान की मूर्ति हम घर में नहीं रख सकते।

लक्ष्मी नारायण की कौन सी मूर्ति घर में रखनी चाहिए?

माता लक्ष्मी भगवान विष्णु के साथ गरुड़ देव पर विराजित हो तो ये तस्वीर पूजा के लिए बहुत शुभ मानी गई है। लक्ष्मी जी की बैठी हुई मूर्ति शुभ होती है।

विष्णु भगवान की कौन सी फोटो लगानी चाहिए?

विष्णु भगवान शेषनाग पर आराम करते विष्णु जी और उनके पैरों को दबाती हुई मां लक्ष्मी जी की मूर्ति को शुभ माना जाता है।

लक्ष्मी जी की मूर्ति कितनी होनी चाहिए?

लक्ष्मी जी की पूजा गणेश जी और विष्णु जी के साथ की जाती है। लक्ष्मी जी के दाईने तरफ लक्ष्मी जी और विष्णु जी बाई तरफ होने चाहिए। एक से ज्यादा मूर्ति नहीं होनी चाहिए।

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