जन्मदिन से कुंडली मिलान नाम कैसे करें? | नाम और डेट ऑफ बर्थ से कुंडली मिलान

पुराने जमाने में ऋषि-मुनियों ने समाज के लिए कुछ नियम बनाये थे। इसमें से एक नियम है कुंडली मिलान। लड़का और लड़की का जन्मदिन से कुंडली मिलान नाम करना शादी से पहले कुंडली मिलाना बहुत जरुरी है।

कुंडली मिलाने से वर-वधु के परिवार में खुशिया बनी रहती है। वैदिक ज्योतिष नाम और डेट ऑफ बर्थ से कुंडली मिलान से लड़का-लड़की चरित्र, स्वभाव व गुण के बारें में बताता है। लड़का और लड़की की कुंडली मिलान स पता चलता है की दोनों की कुंडली में कितनी समानताये और समस्याएं है।

वर-वधु की कुंडली मिलान न किया जाये तो जीवन में सुख की कमी रहती है। इस ज्योतिष पध्धति से नाम से कुंडली मिलान करके एक दूसरे के लिए अच्छा जीवन साथी पसंद करें।

वैदिक ज्योतिष के अनुसार गुण मिलान शादी के लिए बहुत जरुरी बन गया है। हिन्दू विवाह की परंपरा के अनुसार आनंदमय वैवाहिक जीवन के लिए कुंडली मिलान जरूरी है।

कुंडली मिलान के बिना के विवाह में अशांति रहती है। ऐसा माना लड़का और लड़की का कुंडली मिलान हो जाता है तो उनका वैवाहिक जीवन अच्छा रहता है।

कुंडली मिलान क्या होता है?

shadi ke gud kaise milaye जातक और जातिका की शादी पहले ज्योतिष या ब्राह्मण से दोनों का गणेश कुंडली मिलान कराया जाता है। कुंडली में कुल 36 गुण होते है। उन 36 गुणों में से लड़का-लड़की के 50 प्रतिशत यानि की 18 गुण मिलना आवश्यक है।

लड़का और लड़की का जन्मदिन से कुंडली मिलान नाम जन्म के दिनांक, स्थान और समय के अनुसार वैदिक ज्योतिष से कुंडली बनवाई जाती है। कुंडली से स्वभाव, आनेवाली समस्याएं और स्वास्थ्य के बारें में हमे अंदाजा लग जाता है।

आपको पता होगा अगर घर में शादी की बात चलती है तो ब्राह्मण से कुंडली मिलाई जाती है। दोनों की कुंडली मिलाने से लड़का-लड़की के गुण दोष को देखा जाता है। इनसे पता चलता वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा।

कुंडली मिलान का अर्थ है की लड़का-लड़की नाम से कुंडली मिलान की तुलना करना। कुंडली का मिलान करने का एकमात्र उदेश्य आपके लिए अच्छे पार्टनर का चुनाव करना।

गुण के अंक ज्योतिषाचार्य कहते है
18 से कम शादी में अशांति रहती है।
18-24 विवाह संभव है।
24-30 सफल विवाह होगा।
30-36 आनंदमय वैवाहिक जीवन होगा।

कुंडली मिलान कैसे होता है?

shadi ke gud kaise milaye नाम से गुण मिलान ऑनलाइन या गुण मिलान विद्वान वैदिक ज्योतिषाचार्यो से किया जाता है। ज्योतिष दो कुंडलियों को अच्छे से जानकर ज्योतिषी कुंडली का अच्छे से मिलान कर सकते है।

कुंडली में गृह की दशा को जानकर उनके सवभाव का पता लग जाता है। उनकी रुचियों को देखा जाता है। दोनों मिलाकर दोनों की कुंडलियों को देखा जाता है।

नाम और डेट ऑफ बर्थ से कुंडली मिलान होता है। इसी से भविष्य कैसा रहेगा और सवभाव कैसा होगा। क्या शुभ है या नहीं। गुण-दोष से वैवाहिक जीवन कैसा ठगा उसके बारें में जानने को मिलता है।

क्या सिर्फ विवाह के लिए ही कुंडली मिलान होता है?

कुंडली मिलान का उदेश्य पार्टनर के साथ मिल-जुल कैसा रहेगा। किसी दोस्त या अन्य परिजन आदि के साथ बिना टाइम के कुंडली मिलान सकते है। व्यावसायिक पार्टनर के साथ भी कुंडली मिलान या गन मिलान कर सकते है।

फ्री कुंडली मिलान में सिर्फ व्यक्ति नहीं बल्कि स्थान के साथ भी कर सकते है। क्योकि अगर आप कोई धंधा शुरु करना चाहते हो या नया घर खरीदना चाहते हो वह स्थान आपके लिए शुभ है की नहीं यह जानने के लिए भी कर सकते है।

क्या कुंडली मिलान एक सफल शादी कहा जाता है?

हिन्दू परिवार में पहले से परंपरा चली आ रही है की शादी से पहले लड़का और लकी की कुंडली मिलवाई जाती है। वर-वधु की अनुकूलता जानने के लिए कुंडली जन्म चार्ट के आधार पर तुलना की जाती है।

कुंडली मिलान में 18 गुण से कम अंक वाले जोड़ों की शादी कैसी रहती है।

जिस वर-कन्या के 18 गुण से कम हो और दोनों के ग्रह और नक्षत्र मिलते जुलते हो तो शादी सफल रहती है। कई बार ऐसा होता है की ग्रह समान हो तो वैवाहिक जीवन में शांति रहती है।

क्या नाम से गुण मिलान या कुंडली मिलान मुमकिन है?

लड़का और लड़की के नाम से कुंडली मिलाने से दोनों के गुण और नक्षत्रो बारें में पता चलता है। दोनों के 36 गुण मिल जाये तो शादी का शुभ संकेत खा जाता है।

कुंडली मिलान में कितने गुणों का मिलना जरुरी होता है।

कुंडली में कुल 36 गुण होते है उसमे 50 प्रतिशत यानि की 18-24 गुण मिलना जरुरी है। 24 गुण से ज्यादा हो तो उनका वैवाहिक जीवन आनंदमय रहता है।

जन्मदिन से कुंडली मिलान नाम कैसे करें?

लड़का और लड़की का जन्मदिन से कुंडली मिलान नाम जन्म के दिनांक, स्थान और समय के अनुसार वैदिक ज्योतिष से कुंडली बनवाई जाती है। कुंडली से स्वभाव, आनेवाली समस्याएं और स्वास्थ्य के बारें में हमे अंदाजा लग जाता है।

Leave a Comment