राशि नाम के अनुसार इष्ट देव उपासना की जाती है यह ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहा जाता है। हर कोई व्यक्ति के कोई ने कोई इष्ट देव होते है और हर कोई व्यक्ति कोई न कोई भगवान को मानता है और उसकी पूजा अर्चना करता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार देखा जाए तो व्यक्ति की राशि के अनुसार उसके इष्ट देव निर्धारित होते है।
व्यक्ति का जन्म जिस समय और जिस दिन होता है उस दिन और समय के आधार पर राशि तय होती है। व्यक्ति के जन्म के समय के अनुसार व्यक्ति के ग्रह की स्थिति जो भी होती है उसके आधार पर इष्ट देव निर्धारित होते है।
व्यक्ति के इष्ट देव उसकी राशि के हिसाब से होते है राशि नाम के अनुसार इष्ट देव उपासना होती है। यह ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहा जाता है लेकिन हर कोई व्यक्ति के बारे में ऐसा कह पाना उचित नहीं है। व्यक्ति अपनी इच्छा के अनुसार अपने मन के भाव से अपने इष्ट देव कोई भी भगवान को मान कर उसकी पूजा अर्चना कर सकता है।
व्यक्ति कोई भी भगवान को अपनी मर्जी से इष्ट देव मान सकता है। हर किसी के परिवार में सबके अपने अपने इष्ट देव होते है और सबकी इसी भावनाए और इच्छाए जुड़ी होती है। लेकिन जिसके घर में इष्ट देव हो उस पर सदा उसके इष्ट देव की कृपा होती है। उस पर कोई भी परेशानी आए तो उसके इष्ट देव सदा उस पर कृपा करते है। उसे राशि जुडी कोई भी परेशानी और बाधाए भी छू नहीं सकती।
वृषभ राशि के इष्ट देव कौन है,कुंभ राशि के इष्ट देव कौन है,सिंह राशि के इष्ट देव कौन है,तुला राशि के इष्ट देव कौन है,कर्क राशि के इष्ट देव कौन है,मिथुन राशि के इष्ट देव कौन है,मीन राशि के इष्ट देव कौन है,धनु राशि के इष्ट देव कौन है,वृश्चिक राशि के इष्ट देव कौन है,मकर राशि के इष्ट देव कौन है
राशि नाम के अनुसार इष्ट देव उपासना के बारे में कहा जाए तो राशि में कर्क राशि का स्वामी ग्रह चंद्र है कहा जाए तो इनके इष्ट देव शिवजी है। इस राशि के लोगो को शिवजी की पूजा अर्चना करने से विशेष फल मिल सकता है।
कुंभ और मकर राशि के स्वामी शनि है इनको अपने इष्ट देव हनुमानजी और शिवजी की पूजा अर्चना करनी चाहिए क्योकि उनकी उपासना से इस राशि के लोगो को अच्छा फल मिल सकता है।
मीन और धनु राशि का स्वामी ग्रह गुरु है जिनके इष्ट देव विष्णु और लक्ष्मी जी है जिनकी पूजा करने से इस राशि के लोगो को विशेष फल मिल सकता है।
सिंह राशि का स्वामी सूर्य है। जिसके इष्ट देव हनुमानजी और गायत्री माता है जिसकी पूजा अर्चना करने से भगवान की कृपा उस पर सदा बनी रहती है।
वृश्चिक और मेष राशि का स्वामी मंगल है इन दोनों राशि के लोगो को हनुमानजी और रामजी की पूजा करनी चाहिए ऐसे ही तुला और वृषभ राशि के लोगो का स्वामी शुक्र है इनको माता दुर्गा को आराधना करनी चाहिए जिससे इन पर इष्ट देव की कृपा सदा बनी रहेगी।
धार्मिक परंपराओं और मान्यताओं के आधार पर यह कहा जाता है की राशि के आधार पर इष्ट देव माने जाते है। राशि नाम के अनुसार इष्ट देव उपासना की जाती है लेकिन हर कोई अपनी मर्जी से भगवन की पूजा और इष्ट देव पसंद कर सकता है।